In this post, you'll get know about some interesting facts about Indian cinema Bollywood | इस पोस्ट में, आप भारतीय सिनेमा बॉलीवुड के बारे में कुछ रोचक तथ्यों के बारे में जानेंगे
भारतीय सिनेमा, जिसे बॉलीवुड के नाम से भी जाना जाता है, विश्वभर में सबसे बड़ी फ़िल्म उद्योगों में से एक है।
भारतीय सिनेमा में सालाना फ़िल्में बनाने की संख्या में हॉलीवुड को पीछे छोड़ दिया जाता है। यहां हर साल लगभग 2000 से अधिक फ़िल्में निर्मित की जाती हैं।
भारतीय सिनेमा में निर्माता-निर्देशक सत्यजित राय को अपनी फ़िल्म "पथेर पाँचाली" से 1955 में पहला फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार मिला था। यह फ़िल्म पहली भारतीय फ़िल्म है जिसे कैन्स फ़िल्म फ़ेस्टिवल में प्रदर्शित किया गया था और उसने अनेक अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार जीते।
भारतीय सिनेमा की पहली आवाज़ी फ़िल्म "आलाम आरा" 1931 में बनी थी। इस फ़िल्म में पहली बार एक महिला कलाकार, अरुणा आसफ़ अपनी आवाज़ द्वारा अभिनय किया था।
भारतीय सिनेमा में "शोले" फ़िल्म को एकमात्र फ़िल्म के रूप में बहुत प्रसिद्धता मिली है और यह अभिनय, कथा, संगीत और ग्राफ़िक्स के क्षेत्र में एक मानचित्र है।
भारतीय सिनेमा में पहली बार स्टेरियोटाइपिकल चरित्रों का प्रदर्शन करने वाली अभिनेत्री वाहिदा रहमान, जिन्होंने फ़िल्म "कागज़ के फूल" में अपनी प्रमुख भूमिका के लिए 1970 में राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त किया था।
भारतीय सिनेमा में दुनिया की सबसे लंबी चल रही फ़िल्म निर्मिति कार्यक्रम है, जिसका नाम है "बाहुबली: द बिग बजट"। इस फ़िल्म के दो भाग हैं और कुल मिलाकर इसकी दौरानिक लंबाई 5 घंटे 17 मिनट है।
भारतीय सिनेमा में सबसे ज्यादा फ़िल्म निर्माता, ज़ी फ़िल्म प्रोडक्शंस द्वारा उत्पादित फ़िल्में हैं। यह फ़िल्म प्रोडक्शंस कंपनी सालाना बड़ी संख्या में विभिन्न भाषाओं में फ़िल्में निर्मित करती है।
भारतीय सिनेमा में सबसे अधिक पुरस्कृत अभिनेता रजनीकांत हैं। उन्हें पद्म भूषण से सम्मानित किया गया है और उन्होंने कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार जीते हैं।
भारतीय सिनेमा में पहली मुख्य फ़िल्म पुरस्कार अवार्ड, जिसे "डादा साहेब फ़ाल्के पुरस्कार" के नाम से जाना जाता है, 1969 में "Devika Rani" को प्रदान किया गया था।
भारतीय सिनेमा में पहली बार विज्ञान कथा आधारित सुपरहीरो फ़िल्म "कृष" बनी थी, जिसके प्रमुख भूमिका में हृथिक रोशन नजर आए। यह फ़िल्म 2006 में रिलीज़ हुई और बॉलीवुड के पहले सुपरहीरो की उपलब्धि हासिल की।
भारतीय सिनेमा में पहली बार ज्ञान कथा को ध्यान में रखते हुए फ़िल्म "तारे ज़मीन पर" बनी थी। इस फ़िल्म में आमिर ख़ान ने मुख्य भूमिका निभाई और वह फ़िल्म द्वारा अभिनय करते हुए उन्हें राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त हुआ।
भारतीय सिनेमा में पहली बार एक फ़िल्म ने अंतरराष्ट्रीय महकमे में भी मान्यता प्राप्त की थी। फ़िल्म "लगान" ने 2001 में ऑस्कर पुरस्कार के लिए भारतीय प्रतिनिधि फ़िल्म के रूप में चयनित होने का गर्व हासिल किया था। भारतीय सिनेमा में पहली बार एक फ़िल्म ने ग्लोबल बॉक्स ऑफ़िस पर 1000 करोड़ रुपये की कमाई की थी। फ़िल्म "बाहुबली: द बेगनिंग" ने 2015 में यह रिकॉर्ड स्थापित किया था और इसके बाद से भारतीय सिनेमा में बॉक्स ऑफ़िस में नए आयाम स्थापित हुए।
भारतीय सिनेमा में पहली बार फ़िल्म निर्माता और अभिनेता आमिर ख़ान द्वारा बनाई गई फ़िल्म "तारे ज़मीन पर" ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के ग्लोबल फ़िल्म पुरस्कार को प्राप्त किया। यह फ़िल्म मानसिक रूप से अपारिज्ञात मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करती है।
भारतीय सिनेमा में दुनिया की सबसे लंबी रनिंग फ़िल्म है "डालपती"। इस तमिल फ़िल्म की दौरानिक लंबाई 5 घंटे 59 मिनट है और यह 1991 में रिलीज़ हुई थी।
भारतीय सिनेमा में पहली बार एक डॉक्यूड्रामा फ़िल्म ने एक अकैडेमी पुरस्कार जीता था। फ़िल्म "साइलेंस" ने 2021 में बेस्ट डॉक्यूड्रामा फ़िल्म की श्रेणी में ऑस्कर पुरस्कार जीता। यह फ़िल्म दीपक चोपड़ा द्वारा निर्मित और वहां के लोगों के जीवन पर आधारित है।
भारतीय सिनेमा में पहली बार एक फ़िल्म ने ऑस्कर पुरस्कार जीता था। फ़िल्म "स्लमडॉग मिलियनेयर" ने 2009 में बेस्ट पिक्चर और बेस्ट डायरेक्टर जैसी कई श्रेणियों में ऑस्कर पुरस्कार जीते।
भारतीय सिनेमा में पहली बार एक फ़िल्म ने अंतर्राष्ट्रीय फ़िल्म अवार्ड्स में परम वीर चक्र पुरस्कार प्राप्त किया था। फ़िल्म "उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक" ने 2019 में इस पुरस्कार को प्राप्त किया। यह फ़िल्म भारतीय सेना के एक ऑपरेशन पर आधारित है और देशभक्ति को मजबूती से प्रतिष्ठित करती है।
भारतीय सिनेमा में पहली बार वैज्ञानिक फ़िल्म "मिशन मंगल" बनी थी। इस फ़िल्म में अक्षय कुमार ने मुख्य भूमिका निभाई थी और वह फ़िल्म मंगलयान मिशन पर आधारित है। यह फ़िल्म भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान और वैज्ञानिकों की मेहनत को प्रशंसा करती है।