नागपंचमी के दिन इन स्तोत्र और स्तुति का करें पाठ, नागदेव की होगी कृपा।

नागपंचमी के दिन इन स्तोत्र और स्तुति का करें पाठ, नागदेव की होगी कृपा।

Recite these stotras and stutis on the day of Nag Panchami, Nagdev will bless you.

Discover the power of chanting Nagdev Stotras on Nag Panchami to invoke the blessings of the serpent deity.

  • Pooja Vidhi
  • 181
  • 08, Aug, 2024
Jyoti Ahlawat
Jyoti Ahlawat
  • @JyotiAhlawat

Recite these stotras and stutis on the day of Nag Panchami, Nagdev will bless you.

नागपंचमी पर नागदेव स्तोत्र और स्तुति:

नागपंचमी हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जो श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन नाग देवता की पूजा की जाती है और उनकी कृपा पाने के लिए विभिन्न प्रकार के स्तोत्र और स्तुतियां पढ़ी जाती हैं।

क्यों पढ़ें नागदेव स्तोत्र:

  • नागदेव की कृपा: नाग देवता को जल और दूध चढ़ाने के साथ-साथ इन स्तोत्रों का पाठ करने से नाग देवता प्रसन्न होते हैं और भक्तों पर अपनी कृपा बरसाते हैं।
  • सर्पदंश से रक्षा: मान्यता है कि नाग देवता सर्पदंश से रक्षा करते हैं।
  • धन-धान्य की वृद्धि: नाग देवता को धन का देवता भी माना जाता है। इनके स्तोत्रों का पाठ करने से धन-धान्य में वृद्धि होती है।
  • शांति और समृद्धि: नाग देवता की पूजा करने से घर में शांति और समृद्धि आती है।

कुछ प्रमुख नागदेव स्तोत्र:

  • नवनाग स्तोत्र: इस स्तोत्र में नौ नागों का वर्णन किया गया है।
  • शेषनाग स्तोत्र: भगवान विष्णु के शय्यास्थल शेषनाग की स्तुति करने वाला स्तोत्र।
  • अनंतनाग स्तोत्र: अनंतनाग की महिमा का वर्णन करने वाला स्तोत्र।

कैसे करें पाठ:

  • शुद्ध मन से: स्तोत्र का पाठ करते समय मन को शुद्ध रखें और भगवान में विश्वास रखें।
  • विधि-विधान से: पूजा के समय विधि-विधान से नाग देवता की मूर्ति या चित्र के सामने दीपक जलाकर धूप-अगरबत्ती करें।
  • फूल और फल चढ़ाएं: नाग देवता को फूल और फल चढ़ाएं।
  • दूध और जल चढ़ाएं: नाग देवता को दूध और जल चढ़ाएं।
  • मंत्र का जाप करें: स्तोत्र के साथ-साथ ओम नमः शिवाय मंत्र का जाप भी किया जा सकता है।

कहां से प्राप्त करें स्तोत्र:

  • धार्मिक ग्रंथ: विभिन्न धार्मिक ग्रंथों में नागदेव स्तोत्र मिल जाएंगे।
  • इंटरनेट: इंटरनेट पर भी कई वेबसाइट्स और यूट्यूब चैनल पर नागदेव स्तोत्र उपलब्ध हैं।

ध्यान रखें:

  • विद्वान ब्राह्मण से सलाह लें: यदि आपको स्तोत्रों के बारे में कोई संशय हो तो किसी विद्वान ब्राह्मण से सलाह ले सकते हैं।
  • शुद्ध उच्चारण: स्तोत्र का पाठ करते समय शुद्ध उच्चारण पर ध्यान दें।

निष्कर्ष:

नागपंचमी के दिन नागदेव स्तोत्रों का पाठ करने से नाग देवता की कृपा प्राप्त होती है। यह एक पवित्र अवसर है जब हम नाग देवता का आशीर्वाद ले सकते हैं।

अन्य जानकारी:

  • नागपंचमी के दिन सांपों को दूध पिलाने की परंपरा है।
  • इस दिन लोग घर के आंगन में नाग की प्रतिमा बनाकर उसकी पूजा करते हैं।
  • नागपंचमी का त्योहार भारत के विभिन्न राज्यों में अलग-अलग तरीकों से मनाया जाता है।

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