Delhiites are troubled by pollution, SC warns the government and police.
दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण ने गंभीर स्थिति उत्पन्न कर दी है, जहां वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 371 तक पहुंच गया है।
दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण ने हालात को गंभीर बना दिया है। शुक्रवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 371 दर्ज किया गया, जो 'बहुत खराब' श्रेणी में आता है। आनंद विहार, बवाना और जहांगीरपुरी जैसे इलाकों में एक्यूआई का स्तर 400 से भी ऊपर चला गया।
सुप्रीम कोर्ट का निर्देश
धुंध की मोटी परत और दमघोंटू हवा के बीच, सुप्रीम कोर्ट ने सख्त रुख अपनाते हुए दिल्ली सरकार और पुलिस को कड़ी फटकार लगाई। कोर्ट ने आदेश दिया कि दिल्ली में प्रवेश के 113 बिंदुओं पर तुरंत चेकपॉइंट स्थापित किए जाएं और 13 प्रमुख बिंदुओं पर विशेष निगरानी रखी जाए। सुप्रीम कोर्ट ने यह भी पाया कि अधिकांश प्रवेश बिंदुओं पर ट्रकों की आवाजाही पर कोई प्रभावी निगरानी नहीं हो रही है। कोर्ट ने स्पष्ट किया कि केवल आवश्यक वस्तुओं की सूची में शामिल वाहनों को ही दिल्ली में प्रवेश की अनुमति दी जानी चाहिए।
मौसम की स्थिति
सुप्रीम कोर्ट ने बार काउंसिल के 13 वकीलों को विभिन्न प्रवेश बिंदुओं पर जांच करने की जिम्मेदारी सौंप दी है। इसके साथ ही सीसीटीवी फुटेज एमिकस क्यूरी को सौंपने का आदेश दिया गया है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि प्रदूषण नियंत्रण के लिए लागू किए गए नियमों का पालन हो रहा है या नहीं। दिल्ली-एनसीआर के अन्य शहरों में भी प्रदूषण की स्थिति खराब है। गुरुग्राम का एक्यूआई 281, गाजियाबाद का 274 और नोएडा का 272 रहा। सीपीसीबी के अनुसार, 301-400 के बीच एक्यूआई 'बहुत खराब' और 401 से ऊपर 'गंभीर' माना जाता है। प्रदूषण से राहत के लिए एनडीएमसी ने रात में सफाई और सड़क धुलाई अभियान शुरू किया है। हालांकि, दिल्ली की हवा अब भी 'बहुत खराब' श्रेणी में बनी हुई है, जो आम जनता के स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा है।