युद्ध हुआ तो रूस भारत को चीन से नहीं बचाएगा- दलीप सिंह

युद्ध हुआ तो रूस भारत को चीन से नहीं बचाएगा- दलीप सिंह

Russia will not save India from china if war happened -Daleep Singh

यूएसए के डेप्युटी नेशनल सिक्योरिटी एडवाइज़र दलीप सिंह ने भारत के रूस के साथ बढ़ते आर्थिक समझौतों पर तोड़ी चुप्पी कहा "यदि भविष्य में भारत और चीन के बीच कोई युद्ध होता है तो रूस भारत की मदद नहीं करेगा."

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  • 31, Mar, 2022
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Riya saxena
  • @R1ya97

यूएसए के डेप्युटी नेशनल सिक्योरिटी एडवाइज़र दलीप सिंह ने भारत के रूस के साथ बढ़ते आर्थिक समझौतों पर एक बड़ा बयान दिया. हालही में दलीप सिंह ने भारत में एक न्यूज़ चैनल को इंटरव्यू देते समय कहा कि "यदि भविष्य में भारत और चीन के बीच कोई युद्ध होता है तो रूस भारत की मदद नहीं करेगा." दलीप सिंह के इस बयान के बाद इंटरव्यू रूम में उपस्थित सभी लोग चौंक गए क्योंकि पत्रकार का सवाल इस विषय पर नहीं था.

दरअसल पत्रकार ने पूछा था कि "भारत के रूस से तेल खरीदने पर आपके क्या विचार हैं" जिसपर दलीप सिंह ने यह जवाब दिया. दलीप हालही में भारत आए थे जहाँ उन्होंने भारत के कुछ प्रमुख नेताओं से रूस-यूक्रेन और अन्य विषयों पर गहन चर्चा की.

यह पहली बार नहीं है कि यूएसए के किसी के किसी बड़े अधिकारी ने भारत और रूस के बीच बढ़ती आर्थिक साझेदारी के खिलाफ बयान दिया हो, पहले भी कई मौकों पर यूएसए ने भारत के रूस के प्रति रवैये की निंदा की है. हालही में इंडो पैसिफिक क्वाड के सदस्य यूएसए के वरिष्ठ अधिकारी ने भारत के इस कदम पर ऐतराज़ जताते हुए कहा कि "अब इतिहास के दाहिने तरफ खड़े होने का समय है, संयुक्त राज्य अमेरिका और दर्जनों अन्य देशों के साथ खड़े होने का, यूक्रेनी लोगों के साथ स्वतंत्रता, लोकतंत्र और संप्रभुता के लिए खड़े होने का समय है, राष्ट्रपति पुतिन के युद्ध को वित्त पोषण और ईंधन देने और सहायता करने का नहीं है", वहीं दूसरी ओर ऑस्ट्रेलिया के व्यापार मंत्री डैन तेहान ने "नियम-आधारित दृष्टिकोण" बनाए रखने पर ज़ोर डाला।

क्वाड के दो महत्वपूर्ण सदस्यों के इस बयान के बाद अब देखना यह है कि भारत आगे क्या कदम उठाता है. हालांकि, भारत का रूस के खिलाफ कोई भी निर्णय लेना आसान नहीं होगा क्यूँकि वर्तमान में रूस के साथ भारत के संबंध ऊर्जा से अधिक रक्षा के इर्द-गिर्द घूमते हैं। भारत अधिकांश सैन्य हार्डवेयर रूस से खरीदता है।

इसके अलावा भारत अगले साल से 10 न्यूक्लियर पॉवर प्लांट बनाने की तैयारी में जुटा है जिसके निर्माण में रूस का महत्वपूर्ण योगदान होगा. भविष्य में भारत के एनर्जी के छेत्र में स्वतंत्रता प्राप्त करने में रूस एक बड़ी भूमिका निभाएगा, ऐसे में भारत के लिए रूस के खिलाफ कोई भी निर्णय लेना काफी मुश्किल होगा.

Image source: Business standard

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