दुनिया के सात अजूबों में से एक, माचू पिच्चू : एक रहस्यमयी शहर

दुनिया के सात अजूबों में से एक, माचू पिच्चू : एक रहस्यमयी शहर

one of the seven wonders of the world, Machu Picchu : A Mysterious City

जानिए दुनिया के सात अजूबों में से एक माचू पिच्चू के बारे में, इसका इतिहास, रहस्य और इससे जुड़ी खास बातें | Know the history, secrets and special facts related to one of the seven wonders of the world, Machu Picchu.

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  • 20, Mar, 2022
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8000 फीट की ऊंचाई पर बसा एक वीरान और रहस्यमयी शहर माचू पिच्चू (Machu Picchu)

इस दुनिया में ऐसी बहुत सी रहस्यमयी जगहें हैं, जो लोगों को हैरान करती हैं। एक ऐसा ही अजूबा शहर जो समुद्र तल से 2430 मीटर यानी करीब 8,000 फीट की उंचाई पर उरुबाम्बा घाटी के ऊपर एक पहाड़ पर स्थित है। ये शहर दुनिया के सात अजूबों में से एक है, जो कई सालों से वीरान पड़ा हुआ है। इस जगह से जुड़े ऐसे कई रहस्य हैं, जिनका जवाब किसी के पास नहीं है। इस कारण इस जगह को 'रहस्यमयी शहर' भी कहा जाता है।

माचू पिच्चू, दक्षिण अमेरिकी देश पेरू में स्थित, इंका सभ्यता से संबंधित एक ऐतिहासिक स्थल है। यह शहर इंका साम्राज्य के सबसे खास प्रतीकों में से एक है। माचू पिच्चू को 'इंकाओं का खोया शहर' भी कहते हैं। इसे पेरू का एक ऐतिहासिक देवालय भी कहा जाता है, इसलिए इसे एक पवित्र स्थान माना जाता है।

साल 1983 में माचू पिच्चू को यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल का दर्जा दिया गया है। 7 जुलाई 2007 को इसे दुनिया के सात अजूबों में से एक घोषित किया था। स्थानीय लोग माचू पिच्चू के बारे में बहुत पहले से जानते थे, लेकिन इसे दुनिया के सामने लाने का श्रेय अमेरिकी इतिहासकार हीरम बिंघम को दिया जाता है। उन्होंने साल 1911 में दुनिया के इस अजूबे की खोज की थी, जिसके बाद से यह दुनियाभर के लिए एक महत्वपूर्ण पर्यटन आकर्षण बना हुआ है। बड़ी संख्या में लोग माचू पिच्चू को देखने के लिए आते हैं और इसके इतिहास और रहस्यों को समझने की कोशिश करते हैं। चलिए जानते हैं दुनिया के सात अजूबों में से एक माचू पिच्चू के बारे में, इसका इतिहास, रहस्य और इससे जुड़ी खास बातें।

माचू पिच्चू का इतिहास

Machu Picchu History

1430 ई. के दौरान इंकाओं ने अपने शासकों के आधिकारिक स्थल के रूप में माचू पिच्चू का निर्माण किया था, लेकिन करीब सौ साल बाद स्पेनियों ने इंकाओं पर जीत हासिल करके इसे बिना लूटे ही छोड़ दिया था। माचू पिच्चू एक प्रसिद्ध पर्यटक स्थल होने के साथ ही एक पवित्र स्थान भी है। इस स्थल का एक सांस्कृतिक स्थल के रूप में भी खास महत्व है। माचू पिच्चू का निर्माण इंकाओ की पुरातन शैली में हुआ है। इसमें पोलिश किये गए पत्थरों का इस्तेमाल किया गया है। यहाँ पर शूरू में इंतीहुआताना (सूर्य का मंदिर) और तीन खिड़कियों वाला कक्ष है।

 

माचू पिच्चू का रहस्य 

Mystery Of Machu Picchu

माचू पिच्चू के रहस्य को जितना खोजा गया ये उतना ही गहरा होता गया है। आज तक कोई पूर्ण दावा नहीं दे पाया कि माचू पिच्चू का निर्माण क्यों और किसके द्वारा करवाया गया था। सबसे हैरान कर देने वाली बात यह है कि इस जगह को जितनी जल्दी बनाया गया था उससे भी जल्दी इसको खाली कर दिया गया था। यहाँ आने वाले पर्यटक माचू पिच्चू की कहानी और रहस्य के बारे में जानने में काफी दिलचस्पी रखते हैं।

 

माचू पिच्चू की संरचना

Structure Of Machu Picchu

माचू पिच्चू एक बहुत ही खास और अद्द्भुत संरचना है जिसका संबंध एलियंस से भी बताया जाता है। कई वैज्ञानिकों का कहना है कि इतना शानदार आर्किटेक्चर इंसान के द्वारा नहीं बनाया जा सकता। लेकिन पेरू के रहने वालों का कहना है कि उनके पूर्वज बेहतरीन कला को जानते थे उन्होंने ही इस जगह का निर्माण किया है।

 

माचू पिच्चू घाटी का सौन्दर्य

Beauty Of Machu Picchu

माचू पिच्चू समुद्र के स्तर से 8,000 फीट उंचाई पर है जहाँ जाना बेहद यादगार और रोमांचक साबित हो सकता है। माचू पिच्चू की खूबसूरती देखने लायक है व यह अमेरिका का एक प्रमुख ऐतिहासिक और पर्यटन स्थल है। माचू पिच्चू की यात्रा पर्यटकों को एक खास अनुभव देती है। यहां हेलीकाप्टर से जाना बहुत ही रोमांचकारी है।

माचू पिच्चू विश्व विरासत स्थल

Machu Picchu World Heritage

माचू पिच्चू को साल 1983 में विश्व धरोहर और 2007 में दुनिया के नए सात अजूबों में एक चुना गया था। माचू पिच्चू एक आकर्षक जगह है जो दुनिया भर के पर्यटकों को अपनी तरफ आकर्षित करती है। इसके साथ ही यह दक्षिण अमेरिका का एक मशहूर खंडहर है जो हर साल लाखों करोड़ों लोगों को पर्यटन के लिए स्वागत करता है। पर्यटन में विकास, पास के शहरों का विकास और पर्यावरणीय गिरावट के चलते यहां आने वाले पर्यटकों से शुल्क लिया जाता है। यह जगह विभिन्न तरह की लुप्त प्रजातियों का घर भी है। पेरू सरकार ने पिछले कुछ वर्षों में खंडहरों की रक्षा के लिए कई सख्त कदम भी उठाए हैं।

 

लॉस्ट सिटी

Lost City

माचू पिच्चू की खोज करने वाले हीरम बिंघम का कहना था कि यह स्थान इंका सभ्यता से जुड़ा आखिरी स्थान है और साथ ही ‘विल्काबंबा ला विईजा’ का गुम हो चुका शहर यानि की ‘लॉस्ट सिटी’ है। लेकिन हीरम की इस खोज को अन्य पुरातत्व वैज्ञानिकों ने अपने-अपने तर्क और खोज से नकार दिया।

 

एलियन द्वारा निर्मित स्थान

Place Created By Aliens

सभी अवधारणाओं को नकारते हुए मॉडर्न वैज्ञानिकों का यह कहना है कि माचू पिच्चू का निर्माण दूसरे ग्रह से आए प्राणियों ने किया है। माचू पिच्चू के ग्रांड आर्किटेक्चर का निर्माण एलियन्स ने अपने अनुसार किया है। पेरू वासियों ने इस थ्योरी को भी नकार दिया है क्योंकि उनका कहना है कि उनके पूर्वज इससे भी बेहतरीन आर्किटेक्चर की कला जानते थे।

 

वर्जिन ऑफ द सन

Virgin Of The Sun

इंका सभ्यता के बारे में बताया जाता है कि यहां के लोग सूर्य देव को अपना भगवान् मानते थे और यहां मिले महिलाओं के कंकाल के बारे में ऐसा कहा जाता है कि इंका के यहां के लोग 'इंका' सूर्य देव को अपना भगवान मानते थे और भगवान सूर्य को खुश करने के लिए कुंवारी (वर्जिन) स्त्रियों की बलि देते थे। यह स्थान उन अविवाहित औरतों के लिए था जो अपने प्राण भगवान सूर्य को समर्पित कर देती थीं। उनके शवों को यहीं दफना दिया जाता था। इस स्थान पर मिले कंकालों में लगभग सभी कंकाल महिलाओं के थे जिसे आधार बनाकर माचू पिच्चू को 'वर्जिन ऑफ द सन' का नाम दिया गया। परंतु बाद में कुछ कंकाल पुरुषों के भी पाए गए जिसके बाद इस थ्योरी को भी नकारा गया।

 

राजकर्मचारियों की कब्र

Graves Of Royal Servants

पंद्रहवीं शताब्दी में इंका सम्राट पचाकुटी की सेवा में जितने भी कर्मचारी लगे थे उन्हें माचू पिच्चू में ही दफनाया गया था। इस थ्योरी के अनुसार माचू पिच्चू में शाही मेहमानों के मनोरंजन का पूरा इंतजाम किया जाता था और इस स्थान को सम्राट शाही कोर्ट के तौर पर प्रयोग करता था।

 

इंसानी बलि का स्थान

Place Of Human Sacrifice

माचू पिच्चू को इंसानी बलि के लिए प्रयोग किया जाता था और बहुत हद तक संभव है कि शवों को सही तरीके से दफनाया भी नहीं जाता था। खोजकर्ताओं को यहां कई कंकाल ऐसे भी मिले हैं जिन्हें दफनाया नहीं गया था।

 

माचू पिच्चू की खास बातें

Machu Picchu Facts

इंका सभ्यता रहस्यों से भरी हुई है इसके बारे में कोई भी स्पष्ट रूप से नहीं बता पाया है। माचू पिच्चू का मलतब होता है पुरानी चोटी, जिसका संबंध इंका सभ्यता से बताया जाता है। माचू पिच्चू को लेकर अनेक थ्योरी सामने आई थी जो कुछ इस प्रकार है,

 

  • माचू पिच्चू पेरू की एक बहुत ही खास जगह है जिसकी खोज वर्ष 1911 में हुई लेकिन इसका संबंध 13वीं शताब्दी से बताया जाता है। इसे एक शाही रियासत बताया जाता है लेकिन इसका एक अपना धार्मिक महत्त्व भी है।

 

  • 1911 में माचू पिच्चू की खोज करने वाले हीरम बिंघम नाम के शोधकर्ता का कहना है कि यह स्थान इंका सभ्यता से संबंधित आखिरी स्थान है। उन्होंने इसे 'विल्काबंबा ला विईजा' यानि 'द लॉस्ट सिटी' का नाम भी दिया था, क्योंकि इसको बहुत ही जल्द छोड़ दिया गया था।

 

  • कुछ शोधकर्ता माचू पिच्चू को एलियन से जुड़ा हुआ बताते हैं। उनका कहना है कि इस जगह का निर्माण मनुष्यों ने नहीं बल्कि एलियंस ने किया है। 

 

  • इस जगह का इस्तेमाल इंसानों की बलि देने के लिए किया जाता था और उनके कंकालों को सही तरह से दफनाया नहीं गया। इस जगह पर कई कंकाल बिना दफ्न हुए मिले थे। लेकिन इसमें सबसे ज्यादा हैरान करने वाली बात यह है कि इनमें से ज्यादातर कंकाल महिलाओं के हैं। 

 

  • कुछ शोधकर्ताओं का यह भी मानना है कि इंका सभ्यता से जुड़ी महिलाएं अपना जीवन सूर्य को समर्पित कर देना चाहती थी और वें इस स्थान पर आकर अपनी बलि चढ़ाया करती थी। लेकिन जब यहां और खोज करने के बाद वर्जिन पुरुषों के कंकाल प्राप्त हुए तो औरतों की बलि तथ्य को नकार दिया गया।

 

  • इस जगह को लेकर एक और हैरान करने वाली मान्यता है। बताया जाता है कि 15वीं शताब्दी में इंका सभ्यता के सम्राट के राजमहल में जितने भी कर्मचारी थे उनका काम पूरा होने के बाद उन्हें इसी जगह पर दफना दिया जाता था।

 

  • माचू पिच्चू आधुनिक विश्व के सात आश्चर्यों में से एक है। जब इसे सात आश्चर्यों में गिना गया तो इस 5000 फुट ऊँचे सुदूर स्थान पर सैकड़ों लोग खुशियाँ मनाने एकत्र हुए।

 

  • दक्षिण अमरीका में एंडीज पर्वतों के बीच बसा माचू पिच्चू शहर पुरानी इंका सभ्यता का सबसे बढ़िया उदाहरण है।

 

  • माचू पिच्चू 15वीं शताब्दी तक बसा हुआ था। 15वीं शताब्दी के बाद माना जाता है कि स्पेन के आक्रमणकारी यहाँ पर छोटी चेचक जैसी भयानक महामारी ले आए जिसके कारण यह शहर पूरी तरह उजड़ गया।

यूं तो आज से करीब 100 साल पहले ही इसे खोज लिया गया था लेकिन आज इतने वर्षों बाद भी इस रहस्य से पर्दा नहीं उठ पाया है कि माचू पिच्चू शहर का निर्माण क्यों और किसके लिए कराया गया था। कोई कहता है यहां भगवान सूर्य को ‘वर्जिन’ औरतों की बलि दी जाती थी तो कोई कहता कि यह स्थान दूसरे ग्रह से पृथ्वी पर आए लोगों ने निर्मित किया है। कुछ का कहना है कि यह उन राजकर्मचारियों की कब्रगाह है जिन्हें सेवा समाप्त होने के बाद मार दिया जाता था। इंका सभ्यता की हकीकत आज तक कोई नहीं समझ पाया। पुरातत्व वैज्ञानिक ना ही इसकी खोज कर पाए हैं और इंका सभ्यता में लिखाई का प्रबंध ना होने के कारण कोई लिखित दस्तावेज भी प्राप्त नहीं हो पाए हैं जिस कारण इस रहस्य को कभी सुलझाया नहीं जा सका है कि इंका सभ्यता से संबंधित ऐतिहासिक स्थल माचू पिच्चू का निर्माण क्यों किया गया और क्यों इस स्थान को इतनी जल्दी खाली कर दिया गया। माचू पिच्चू के अस्तित्व से जुड़ी कई दास्तानें आज भी मौजूद हैं लेकिन सच क्या है ये कोई नहीं जानता।

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