Chintpurni Mata ji ki aarti | Maiya Jai Chintpurni Mata
यहां पढ़ें चिंतपूर्णी माता जी की पूरी आरती हिंदी में | Read the full Aarti of Chintpurni Mata Ji here in Hindi
जय चिंतपूर्णी माता, मैया जय चिंतपूर्णी माता ।
चिंता मेरी हर लो, सुख की वरदाता ।।
मैया जय चिंतपूर्णी माता… (x2)
सती के शुभ चरणों पर, मंदिर है भारी ।
छिन्न मस्तिका कहते, तुमको संसारी ।।
मैया जय चिंतपूर्णी माता…
ऊंचा भवन है न्यारा, झंडे झूल रहे ।
कोयल जय मां गाती, पक्षी बोल रहे ।।
मैया जय चिंतपूर्णी माता…
जय विजया सखियों की, भूख मिटा दीनी ।
रक्त स्वयं पे करके, मस्ती भर लीनी ।।
मैया जय चिंतपूर्णी माता…
बरगद पेड के नीचे, पिंडी सजी प्यारी ।
छत्र मुकुट से लगती, सुंदर छवि न्यारी ।।
मैया जय चिंतपूर्णी माता…
मायी दास ब्राहमण को दरश दिये आकर ।
पहला पुजारी बनाया, सदगुण दिलवाकर ।।
मैया जय चिंतपूर्णी माता…
नारियल फूल बताशे, चुनरी के संग में ।
चन्दन इत्र गुलाब, महके अंग अंग में ।।
मैया जय चिंतपूर्णी माता…
कन्या भेंट सुनावें, मधुर स्वरों में जब ।
अमृत वाणी गूंजे, ऊंचे पर्वत तब ।।
मैया जय चिंतपूर्णी माता…
जय चिंतपूर्णी माता, मैया जय चिंतपूर्णी माता ।
चिंता मेरी हर लो, सुख की वरदाता ।।
मैया जय चिंतपूर्णी माता… (x2)
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