India's voice nightingale Lata Mangeshkar is no more
प्रसिद्ध गायिका लता मंगेशकर ने मल्टिपल और्गन फेल्युअर के चलते आज सुबह ब्रिज कैंडी अस्पताल में अपनी आखिरी सांसे लीं, देश में है शोक का माहौल.
देश की स्वर कोकिला लता मंगेशकर ने आज सुबह ब्रिज कैंडी अस्पताल में दम तोड़ दिया. वह पिछले 27 दिनों से कोरोना होने के चलते अस्पताल में भर्ती थीं. आज सुबह आठ बजे अचानक उनकी तबियत ज्यादा खराब होने लगी जिसके बाद डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. उन्हें अंतिम श्रंद्धाजलि देने के लिए फिल्म, क्रिकेट और राजनीति जगत की दिग्गज हस्तीयां आईं. करीब 7:30 बजे उन्हें मुखाग्नि दी गई. उन्हें पूरे राजकीय सम्मान के साथ आखिरी विदाई दी गई.
स्वर कोकिला के नाम से मशहूर लता मंगेशकर का जन्म 1929 में इंदौर में हुआ था उनके पिता एक थिएटर ग्रुप संचालित करते थे. जब लता मंगेशकर मात्र 13 साल की थीं तब उनके पिता का निधन हो गया जिसके बाद सारे घर की ज़िम्मेदारी उनके नन्हे कंधों पर आ गई. घर खर्च चलाने के लिए उन्होंने कई फिल्मों में साइड रोल किए और कुछ गाने गाए. हालांकि उनकी किस्मत बदली 1947 में आई फिल्म "आपकी सेवा" और 1949 में रिलीज़ हुई फिल्म "महल" से जिसमें गाए उनके गानें लोगों को काफी पसंद आए और इसके बाद तो उनकी आवाज़ के लोग कायल हो गए. इसके बाद जो उनका संगीत का सफर शुरू हुआ वह दशकों तक जारी रहा.
स्वर कोकिला लता मंगेशकर को भारत रत्न, पद्म भूषण और पद्म विभूषण जैसे सर्वोच्च पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है. इसके अलावा उन्हें विदेश की कई प्रैस्टिजियस यूनिवर्सिटीज़ से डॉक्टरेट की पद्वी भी हासिल हो चुकी है.
Image source: Aaj tak and Zee news