Job crisis for Paytm employees, company in loss due to RBI action, sales decreased and millions of users lost.
पेटीएम को आरबीआई की नियामक कार्रवाइयों के कारण बढ़ते दबाव का सामना करना पड़ रहा है, जिससे मार्केट कैप में गिरावट, बिक्री में गिरावट और परिचालन चुनौतियों के बीच संभावित नौकरी में कटौती हो सकती है।
पेटीएम की मुश्किलें खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं। जब से आरबीआई ने इस फिनटेक कंपनी के खिलाफ सख्त रुख अपनाया है, तब से पेटीएम के व्यापार पर दबाव बढ़ता जा रहा है। पहले शेयरों में भारी गिरावट के बाद कंपनी का बाजार मूल्य घट गया, और अब बिक्री में कमी से कंपनी को नुकसान हो रहा है। इस बीच खबर आई है कि कंपनी इस कठिन स्थिति से निपटने के लिए कर्मचारियों की संख्या में कटौती कर सकती है।
न्यूज एजेंसी ब्लूमबर्ग के मुताबिक, पेटीएम ने 22 मई को पहली बार बिक्री में गिरावट के बाद संभावित रूप से नौकरियों में कटौती और गैर-प्रमुख संपत्तियों की बिक्री की योजना का ऐलान किया है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की नियामक जांच और उसके बाद के फैसले से कंपनी के संचालन पर काफी असर पड़ा है।
वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही में फिनटेक कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस (पेटीएम) का घाटा बढ़कर 550 करोड़ रुपये हो गया। पिछले साल इसी अवधि में घाटा 167.5 करोड़ रुपये था। वन97 कम्युनिकेशंस पेटीएम ब्रांड का स्वामित्व रखता है।
पेटीएम ने एक बयान में कहा, “हमारे वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही के परिणाम यूपीआई लेनदेन पर अस्थायी व्यवधान और पीपीबीएल प्रतिबंध के कारण स्थायी व्यवधान से प्रभावित हुए। पेटीएम ने 2,267 करोड़ रुपये का राजस्व दर्ज किया।”
कंपनी ने ग्राहकों को खोया
भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई) ने 15 मार्च से पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड (पीपीबीएल) को व्यापारियों सहित ग्राहकों के हित को ध्यान में रखते हुए किसी भी ग्राहक खाते, वॉलेट और फास्टैग में जमा, क्रेडिट लेनदेन या टॉप-अप स्वीकार करने से रोक दिया था। कंपनी ने बताया कि तिमाही में उसने पीपीबीएल में 39 प्रतिशत हिस्सेदारी के लिए 227 करोड़ रुपये के निवेश को बट्टे खाते में डाल दिया। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट में कहा गया है कि पेटीएम को कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा है।
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