Half the seats in private medical colleges will be charged at par with government medical colleges - Narendra Modi
मध्यम वर्गीय छात्र-छात्राओं के लिए खुशखबरी, सरकार प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में आधी सीटों पर सरकारी मेडिकल कॉलेज के बराबर की फीस करने पर कर रही है विचार.
आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा एक ट्वीट किया गया जिसमें उन्होंने लिखा कि "कुछ ही दिन पहले सरकार ने एक और बड़ा फैसला लिया है जिसका बड़ा लाभ गरीब और मध्यम वर्ग के बच्चों को दिया जाएगा। निर्णय लिया गया है कि प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में आधी सीटों पर सरकारी मेडिकल कॉलेज के बराबर ही फीस ली जाएगी.
अगर ऐसा होता है तो यह सरकार द्वारा लिया गया एक बहुत ही अच्छा निर्णय होगा क्यूँकि प्राईवेट मैडिकल कौलेजों की ज़्यादा फीस का बोझ मध्यम वर्ग के छात्रों के लिए उठा पाना काफी मुश्किल होता है जिस कारणवश छात्रों को अपना देश और परिवार छोड़कर दूसरे देशों में मेडिकल की पढ़ाई पूरी करने के लिए जाना पड़ता है. यह सफर तय करना छात्रों के लिए आसान नहीं होता है, इस सफर के दौरान छात्रों को कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ता है जैसे कि वहाँ की भाषा का ज्ञान नहीं होना, स्थानीय कल्चर में घुलने मिलने में परेशानी होना आदि.
कुछ दिन पहले ही सरकार ने एक और बड़ा फैसला लिया है जिसका बड़ा लाभ गरीब और मध्यम वर्ग के बच्चों को मिलेगा।
— PMO India (@PMOIndia) March 7, 2022
हमने तय किया है कि प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में आधी सीटों पर सरकारी मेडिकल कॉलेज के बराबर ही फीस लगेगी: PM @narendramodi
2019 के एक अध्ययन के अनुसार विदेश मेडिकल की पढ़ाई के लिए जाने वालों में अधिकतर छात्र शहरों और ग्रामीण छेत्रों के मध्यम वर्गीय परिवारों से होते हैं जो कई सपने संजोये मेडिकल की परिक्षाएं देते हैं हालांकि उनमें से केवल हाई स्कोर प्राप्त करने वाले ही मेडिकल कॉलेजों में सीट सिक्योर कर पाते हैं बाकी छात्रों को मजबूरन दूसरे देशों में मेडिकल की पढ़ाई करने जाना पड़ता है जिसके लिए छात्र-छात्राओं के परिजनों को ऋण लेकर और अपनी संपत्ति बेचकर कोलेज की फीस, आने जाने और रहने का खर्चा देना पड़ता है. अध्ययन में यह भी खुलासा किया गया कि भारत में लगभग 60% मेडिकल कॉलेज प्राईवेट हैं जिनकी फीस मध्यम वर्गीय छात्रों के लिए भर पाना नामुमकिन है.
Image source: Swarajya and Times of India