The air of Delhi has become extremely dangerous, AQI has crossed 300 in these areas.
दिल्ली की वायु गुणवत्ता लगातार खराब हो रही है, जिससे लोग जहरीली हवा में सांस लेने के लिए मजबूर हैं। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, AQI 318 तक पहुंच गया है, जो 'बेहद खराब' श्रेणी में आता है।
दिल्ली की हवा लगातार खराब होती जा रही है, और लोग जहरीली हवा में सांस लेने के लिए मजबूर हैं। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, मंगलवार को दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 318 तक पहुंच गया, जो 'बेहद खराब' श्रेणी में आता है। आने वाले दो दिनों में सुधार की कोई उम्मीद नहीं है।
इन इलाकों में स्थिति बेहद खराब मंगलवार को दिल्ली के आनंद विहार इलाके में सबसे अधिक प्रदूषण दर्ज किया गया, जहां AQI 382 तक पहुंच गया। यह क्षेत्र पिछले कई दिनों से अत्यधिक प्रदूषित है, और दिल्ली सरकार ने इसे हॉटस्पॉट घोषित कर विशेष ध्यान दिया है। दिल्ली के 16 अन्य क्षेत्रों में भी वायु गुणवत्ता बहुत खराब है, जिन्हें रेड जोन में रखा गया है। इनमें अलीपुर (320), अशोक विहार (343), बवाना (348), नरेला (322), पंजाबी बाग (356), बुराड़ी (342), जहांगीरपुरी (355), मुंडका (360) और वजीरपुर (351) शामिल हैं।
ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप-2) लागू प्रदूषण के इस गंभीर स्तर को देखते हुए, मंगलवार सुबह से ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप) का दूसरा चरण लागू किया गया है। इसके तहत जेनरेटर के इस्तेमाल पर पाबंदी, निजी वाहनों की संख्या कम करने के लिए पार्किंग शुल्क बढ़ाना, सड़कों की नियमित सफाई और पानी का छिड़काव जैसी पाबंदियां लगाई गई हैं। निर्माण स्थलों पर धूल नियंत्रण के लिए सख्त निरीक्षण किए जा रहे हैं। इसके अलावा, भीड़भाड़ वाले इलाकों में ट्रैफिक नियंत्रण के लिए अधिक कर्मियों की तैनाती का निर्देश दिया गया है, और लोगों को वायु प्रदूषण के खतरों से जागरूक करने के लिए विभिन्न माध्यमों से अभियान चलाया जा रहा है। दिल्ली की वायु गुणवत्ता पर लगातार नजर रखी जा रही है, लेकिन फिलहाल इसमें सुधार की कोई संभावना नहीं दिखती।