Bitcoin breaks records, crosses $100,000 mark for the first time, know how much more the price can rise.
बिटकॉइन ने 1 लाख डॉलर (लगभग 84.70 लाख रुपये) का नया रिकॉर्ड बनाया, जिससे यह दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बनकर उभरी है।
दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन ने सेंसेक्स और सिल्वर को 1 लाख डॉलर की सीमा तक पहुंचने की दौड़ में पीछे छोड़ दिया है। दरअसल, बिटकॉइन ने 1 लाख डॉलर (लगभग 84.70 लाख रुपये) का नया हाई टच किया है। इसके पीछे का कारण इंडस्ट्री के विशेषज्ञों के अनुसार, मार्केट डायनामिक्स, अमेरिका की ओर से मिल रही रेगुलेटरी क्लियरिटी और बिटकॉइन ईटीएफ के माध्यम से इंस्टीट्यूशनल एडॉप्शन है।
बिटकॉइन 4.39% की बढ़त के बाद 1,03,095 डॉलर पर ट्रेड कर रहा था। बिनेंस के रीजनल मार्केट्स हेड विशाल सचेंद्रन का कहना है, "दुनिया भर की सरकारें और संस्थाएं ब्लॉकचेन तकनीक को अपना रही हैं, जिससे क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में सकारात्मकता आई है। साथ ही डिजिटल एसेट को अपनाने और निवेश का मार्ग भी साफ हो रहा है।"
मेनस्ट्रीम में लाने का संकेत यूएस स्ट्रैटेजिक बिटकॉइन रिजर्व और कॉरपोरेट ट्रेजरी इंटीग्रेशन से जुड़ी चर्चाएं बिटकॉइन को मेनस्ट्रीम में लाने की ओर इशारा करती हैं। सचेंद्रन ने कहा, "आने वाला साल बेहतर रेगुलेटरी फ्रेमवर्क, ज्यादा पारदर्शिता और डीएफआई, टोकनाइज्ड एसेट्स और ब्लॉकचेन इंटरऑपरेबिलिटी में नवाचार लेकर आएगा।"
क्रिप्टो मार्केट का कुल कैपिटलाइजेशन 3.5 ट्रिलियन डॉलर जेबपे के सीईओ राहुल पगिदिपति ने कहा कि बिटकॉइन अब दुनिया के सबसे मूल्यवान टॉप-10 एसेट्स में शामिल हो गया है, जो सोने को छोड़कर अधिकांश वस्तुओं और कंपनियों से ऊपर है। इसके अलावा, क्रिप्टो मार्केट का कुल कैपिटलाइजेशन 3.5 ट्रिलियन डॉलर को पार कर चुका है।
क्रिप्टोकरेंसी 1,20,000 डॉलर तक पहुंच सकती है डेवेरे ग्रुप के निगेल ग्रीन ने एक महीने पहले कहा था कि डोनाल्ड ट्रंप के फिर से चुनाव जीतने और अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति बनने के बाद बिटकॉइन 1,00,000 डॉलर तक पहुंच जाएगा। उन्होंने कहा, "मुझे विश्वास है कि 2025 की पहली तिमाही तक बिटकॉइन 1,20,000 डॉलर तक पहुंच सकता है। डिजिटल गोल्ड के रूप में बिटकॉइन की तेजी को नज़रअंदाज करना अब मुश्किल होता जा रहा है।"