ED imposed a fine of 20 lakhs on Suzlon Energy.
सुजलॉन एनर्जी लिमिटेड ने प्रवर्तन निदेशालय (ED) के साथ लंबित एक मामले को सुलझा लिया है, जिसमें कंपनी पर वित्तीय वर्ष 2016-17 तक की शिपमेंट्स के लिए एक्सपोर्ट पेमेंट में देरी पर जुर्माना लगाया गया था।
सुजलॉन एनर्जी लिमिटेड एक प्रमुख रिन्यूएबल एनर्जी कंपनी है, जिसके शेयर अक्सर चर्चा में रहते हैं। इस कंपनी के शेयरों ने निवेशकों को अच्छा रिटर्न भी दिया है। हालाँकि, कंपनी अब एक बड़ी परेशानी से बाहर निकल आई है। उसने प्रवर्तन निदेशालय (ED) के साथ चल रहे एक मामले को सुलझा लिया है।
ईडी (हैदराबाद) ने कंपनी पर वित्तीय वर्ष 2016-17 तक की शिपमेंट्स के लिए एक्सपोर्ट पेमेंट में देरी करने पर 20 लाख रुपये का जुर्माना लगाया था। यह देरी सुजलॉन की पुरानी सहायक कंपनी सुजलॉन विंड इंटरनेशनल लिमिटेड द्वारा की गई शिपमेंट्स से संबंधित थी। सुजलॉन ने कहा कि अब वह इस मामले से बाहर आ गई है और ईडी के साथ लंबित यह मामला समाप्त हो चुका है।
क्या है शेयरों की स्थिति?
कंपनी के इस फैसले के बाद शेयरों में तेजी देखने को मिल सकती है। मंगलवार को कंपनी के शेयरों में 1.49% की बढ़ोतरी हुई थी, और वे 64.82 रुपये पर बंद हुए। बुधवार को क्रिसमस के कारण बाजार बंद है। पिछले एक महीने में कंपनी के शेयरों में उतार-चढ़ाव देखा गया है।
कंपनी का रिटर्न रिकॉर्ड कैसा है?
रिटर्न के मामले में सुजलॉन के शेयरों का रिकॉर्ड काफी अच्छा रहा है। पिछले एक साल में कंपनी के शेयरों ने निवेशकों को 75% का रिटर्न दिया है। वहीं, लॉन्ग टर्म रिटर्न और भी बेहतर रहा है।
पिछले 5 वर्षों में कंपनी ने 3500% से अधिक का रिटर्न दिया है, जिससे एक लाख रुपये का निवेश 36 लाख रुपये में बदल गया है, यानी निवेशकों को 35 लाख रुपये का लाभ हुआ है।
क्या अब तेजी आएगी?
विशेषज्ञों के अनुसार, कंपनी के शेयरों में भविष्य में तेजी आ सकती है। उच्च जोखिम लेने वाले निवेशक इन शेयरों में निवेश कर सकते हैं। हालांकि, कंपनी की कॉरपोरेट गवर्नेंस से जुड़ी कुछ समस्याएं अभी भी बनी हुई हैं, इसलिए यह कहना मुश्किल है कि शेयरों में जबरदस्त तेजी कब आएगी।