This decision of India will be remembered in history books - USA
भारत के रूस से क्रूड ओइल लेने के फैसले पर यूएसए ने तोड़ी चुप्पी, जताई नाराजगी.
जबसे यूएस ने रूस पर प्रतिबंध लगाने शुरू किए हैं रूस की आर्थिक स्थिति बदतर होनी शुरू हो गई है. इसी आर्थिक स्थिति में सुधार लाने के लिए रूस ने हालही में भारत को 25% छूट पर क्रूड ओइल देने का ऐलान किया, अब ऐसी खबर आ रही है कि भारत ने रूस का यह प्रस्ताव स्वीकार लिया है.
इस खबर के फैलने के बाद से यूएस के पत्रकार लगातार ट्विटर पर भारत के निर्णय के खिलाफ प्रतिक्रिया दे रहे हैं. हालही में जब न्यूज़ ब्रीफिंग के दौरान एक पत्रकार ने हाउस प्रैस सेकेट्री Jen Psaki से भारत के इस कदम पर भारत पर प्रतिबंध लगाने के बारे में पूछा तो जेन ने कहा कि "मुझे नहीं लगता कि भारत ने प्रतिबंधों का उल्लंघन किया है लेकिन भारत को यह सोचना चाहिए था कि अगर वह यह कदम उठाता है तो इतिहास की किताबों में यह याद रखा जाएगा."
इसके अलावा जेन ने यह भी कहा कि "रूसी सरकार का समर्थन करना रूसी जंग का समर्थन करना होगा जिसका परिणाम काफी घातक होगा." अमेरिका की इस प्रतिक्रिया के बाद अब यह देखना दिलचस्प होगा कि भारत इस विषय पर आगे क्या कदम उठाता है.
Image source: Business Standard