फूलों की घाटी, हिमालय की गोद में स्वर्ग

फूलों की घाटी, हिमालय की गोद में स्वर्ग

Valley of Flowers, A Paradise In The Lap Of Himalaya

अगर आप Valley of flowers घूमने की योजना बना रहें हैं तो इस लेख को पूरा पढ़ें. यहाँ आपको Valley of flowers से संबंधित सभी जानकारी मिल जाएंगी.

  • Tourism
  • 1950
  • 22, Feb, 2022
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Riya saxena
  • @R1ya97

फूलों की घाटी के नाम से मशहूर यह जगह किसी जन्नत से कम नहीं है. हिमालय की गोद में बसा Valley of flowers भारत का सबसे लोकप्रिय ट्रेक माना जाता है। दूर दराज़ से पर्यटक यहां की खूबसूरती को निहारने आते हैं. Valley of Flowers के नाम से मशहूर यह जगह भारत के सबसे पुराने और लोकप्रिय ट्रेक में से एक है। 1980 में, भारत सरकार ने फूलों की घाटी को राष्ट्रीय उद्यान बनाया था, और बाद में 2002 में, इसे यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल के रूप में मान्यता दी गई।

Image source: 365 Shop

यह घाटी उत्तराखंड में सबसे अधिक घूमें जाने वाले स्थानों में से एक है। लगभग 8-10 किलोमीटर तक फैली हुई यह फूलों की घाटी रंग बिरंगे फूलों से भरी हुई है. इस जगह की खूबसूरती को शब्दों में बयां कर पाना मुश्किल है, इस जगह को अधिक करीब से जानने और महसूस करने हेतु आपको यहाँ स्वयं ही आना होगा. बर्फ से ढके हुए मैदान और बीच में बहती हुई पुष्पावती नदी इस घाटी की खूबसूरती में चार चांद लगाती हैं. इन खूबसूरत नज़ारों को गंवाना आपका असौभाग्य होगा. ट्रैक की यात्रा के दौरान आप हरिद्वार, ऋषिकेश, श्रीनगर, रुद्रप्रयाग, नन्दप्रयाग, जोशीमठ और गोविन्द घाट से होते हुए गुज़रेंगे और वहाँ की प्राक्रतिक विविधता से रूबरू हो सकेंगे.

Valley of flowers में कहाँ ठहरें? 

फूलों की घाटी के आसपास आपको रुकने हेतु भी कई होटल्स मिल जाएंगे. यदि आप फूलों की घाटी के आसपास रुकने हेतु होटल की तलाश कर रहे हैं तो आप नीचे मौजूद होटल्स में से किसी एक में रुक सकते हैं

Camp Valley of Flowers

कैंप वैली ऑफ फ्लावर्स घांघरिया टाउनशिप की व्यस्त सड़क से थोड़ी पैदल दूरी पर स्थित है। यहां से आप झरने, हरे भरे परिदृश्य और घांघरिया के आसपास की चट्टानों को देख सकते हैं। यहां मौजूद स्विस टेंट काफी बड़े हैं। एक स्विस टेंट में लगभग 03 लोग रह सकते हैं। टेंट में अटैच्ड वॉशरूम भी हैं। टेंट की बालकनी से सुबह और शाम का नजारा देखना अपने आप में एक अलग ही मजा होता है। Valley of flowers या हेमकुंड साहिब की यात्रा के दौरान आप यहां रुक सकते हैं।

Hotel Sri Nanda Lokpal Palace

अगर आप हेमकुंड साहिब और Valley of flowers की यात्रा के दौरान एक बजट होटल की तलाश कर रहे हैं तो होटल श्री नंदा लोकपाल पैलेस एक अच्छा विकल्प है यहां आपको कम पैसे में अच्छी सुविधाएं मिलेंगी। घांघरिया में स्थित, यह होटल साफ-सुथरे कमरे, संलग्न स्नान कक्ष और एक रेस्तरां से सुसज्जित है। यहां के रेस्टोरेंट में आप घर जैसे खाने का आनंद ले सकते हैं।

यहां के कर्मचारी 2005 से यूथ हॉस्टल एसोसिएशन ऑफ इंडिया में सेवा दे रहे हैं, आपको बता दें कि यहां हर साल करीब 300 से 400 टूरिस्ट ग्रुप आते हैं। यहां के कमरों में आपको ट्रिपल बेड और चार बेड मिलेंगे. आपको हर कमरे में अटैच्ड वॉशरूम भी मिल जाएगा। आप होटल के रेस्तरां में विभिन्न प्रकार के व्यंजनों का आनंद ले सकते हैं जिसमें भारतीय और चीनी व्यंजन भी शामिल हैं।

Hotel Mountain View Sari

होटल माउंटेन व्यू सारी के सभी कमरों में एक बालकनी और निजी बाथरूम है। यहां के कमरों से आप पहाड़ के खूबसूरत नजारों को अपने कैमरे में कैद कर सकते हैं। होटल एशियाई नाश्ता प्रदान करता है।

विभिन्न प्रकार के व्यंजनों का लें आनंद

फूलों की घाटी की यात्रा के दौरान आपको उत्तराखंड के प्रसिद्ध व्यंजनों का लुत्फ़ उठाने का भी सौभाग्य मिलेगा. वैली ऑफ फ्लावर्स के प्रसिद्ध व्यंजनों में भांग की चटनी, गढ़वाल का पन्हा, कफुली, फानू, बड़ी, चैन्सू, कंडाली का साग, कुमौनी रायता, आलू का झोल, डुबुक, झंगोरा की खीर, गुलगुला, अर्सा और सिंगोरी जैसे व्यंजन शामिल हैं।

Valley of flowers कब जाएं?

फूलों की घाटी की यात्रा के लिए सबसे अच्छा समय मई से लेकर अक्टूबर तक है। हालांकि ठंड के मौसम में इस क्षेत्र में जाना खतरनाक हो सकता है इसी बात को मद्देनजर रखते हुए बर्फबारी के मौसम इस मार्ग को बंद कर दिया जाता है। आपको बतादूँ कि मानसून के दौरान आप यहाँ ट्रेकिंग का भरपूर आनंद ले सकते हैं।

कैसे पहुंचे Valley of flowers? 

ट्रेन द्वारा : वैली ऑफ़ फ्लावर्स ट्रैक पहुँचने हेतु आप ऋषिकेश रेलवे स्टेशन से ट्रेन पकड़ सकते हैं। उसके बाद आप ऋषिकेश से गोविन्द घाट तक पहुँचने हेतु आप टैक्सी हायर कर सकते हैं. टैक्सी द्वारा गोविन्द घाट पहुंचने में आपको लगभग 11 से 12 घंटे लगेंगे.

रोड द्वारा : आप सड़क के रास्ते से भी वैली ऑफ़ फ्लावर्स पहुंच सकते हैं. इसके लिए आपको ऋषिकेश से जोशीमठ के लिए बस पकड़नी होगी जो कि आपको 10 से 11 घंटे में जोशीमठ पहुंचा देगी. हालांकि जोशीमठ से गोविन्द घाट पहुंचने हेतु आपको दोबारा बस पकड़नी होगी जो की जोशीमठ से 20 किलोमीटर दूर है.

हवाई मार्ग द्वारा: आप फ्लाइट द्वारा भी फूलों की घाटी तक पहुँच सकते हैं. हालांकि फूलों की घाटी के लिए फ्लाइट से कोई डायरेक्ट कनेक्टिविटी नही हैं। सोभाग्य से फूलों की घाटी का सबसे नजदीकी हवाई अड्डा जॉली ग्रांट एयरपोर्ट देहरादून में स्थित है जहाँ तक पहुँचकर आप बस या टेक्सी द्वारा फूलों की घाटी तक पहुंच सकते हैं।

Image source Bugyal Valley, 365 Shop and India.com

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