चैत्र नवरात्रि के तीसरे दिन करें देवी चंद्रघंटा की पूजा, जानें विधि, मंत्र, कथा और आरती।

चैत्र नवरात्रि के तीसरे दिन करें देवी चंद्रघंटा की पूजा, जानें विधि, मंत्र, कथा और आरती।

Worship Goddess Chandraghanta on the third day of Chaitra Navratri, know the method, mantra, story and aarti.

चैत्र नवरात्रि के तीसरे दिन, मां चंद्रघंटा की विधिवत पूजा करने का विधान है। यह मां दुर्गा की तीसरी स्वरूप हैं। मां चंद्रघंटा की पूजा करने से व्यक्ति को मानसिक शांति मिलती है। साथ ही जीवन में स्थिरता बनी रहती है।

  • Pooja Vidhi
  • 515
  • 10, Apr, 2024
Jyoti Ahlawat
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  • @JyotiAhlawat

Worship Goddess Chandraghanta on the third day of Chaitra Navratri, know the method, mantra, story and aarti.

मां चंद्रघंटा की कथा:

मां चंद्रघंटा देवी दुर्गा का तीसरा स्वरूप है। मां का मुख अत्यंत सुंदर और शांत है। मां के मस्तक पर चंद्रमा धारण किए हुए हैं। मां के दस हाथ हैं। मां के हाथों में त्रिशूल, गदा, तलवार, धनुष, बाण, कमल, माला, शंख और चक्र धारण किए हुए हैं। मां सिंह पर सवार हैं। मां का स्वरूप अत्यंत भव्य और शक्तिशाली है।

मां चंद्रघंटा की पूजा करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। मां भक्तों को शत्रुओं से रक्षा करती हैं। मां भक्तों को सुख-समृद्धि और मोक्ष प्रदान करती हैं।

मां चंद्रघंटा की पूजा विधि:

  • सुबह स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें।

  • पूजा स्थल को गंगाजल से स्वच्छ करें।

  • मां चंद्रघंटा की मूर्ति या चित्र स्थापित करें।

  • मां को फूल, फल, मिठाई, दीप, नैवेद्य अर्पित करें।

  • मां चंद्रघंटा का मंत्र जप करें।

  • आरती करें।

  • मां चंद्रघंटा से सुख-समृद्धि और रक्षा की प्रार्थना करें।

मां चंद्रघंटा का मंत्र:

ॐ जय चंद्रघंटायै नमः

मां चंद्रघंटा के नियम:

  • नवरात्रि के तीसरे दिन मां चंद्रघंटा की पूजा करें।

  • पूजा के दौरान सात्विक भोजन करें।

  • मांस-मदिरा का सेवन न करें।

  • ब्रह्मचर्य का पालन करें।

  • क्रोध, लोभ, मोह, ईर्ष्या जैसे नकारात्मक विचारों से दूर रहें।

मां चंद्रघंटा की आरती:

जय मां चंद्रघंटा सुख धाम।
पूर्ण कीजो मेरे सभी काम।
चंद्र समान तुम शीतल दाती।
चंद्र तेज किरणों में समाती।
क्रोध को शांत करने वाली।
मीठे बोल सिखाने वाली।
मन की मालक मन भाती हो।
चंद्र घंटा तुम वरदाती हो।
सुंदर भाव को लाने वाली।
हर संकट मे बचाने वाली।
हर बुधवार जो तुझे ध्याये।
श्रद्धा सहित जो विनय सुनाएं।
मूर्ति चंद्र आकार बनाएं।
सन्मुख घी की ज्योत जलाएं।
शीश झुका कहे मन की बाता।
पूर्ण आस करो जगदाता।
कांची पुर स्थान तुम्हारा।
करनाटिका में मान तुम्हारा।
नाम तेरा रटू महारानी।
भक्त की रक्षा करो भवानी।

चैत्र नवरात्रि 2024 के तीसरे दिन मां चंद्रघंटा की पूजा करके आप मां का आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं।

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