टाटा पावर ने तिरुनेलवेली में सौर सेल का उत्पादन शुरू किया।

टाटा पावर ने तिरुनेलवेली में सौर सेल का उत्पादन शुरू किया।

Tata Power begins solar cell production in Tirunelveli.

टाटा पावर ने तमिलनाडु के तिरुनेलवेली में सौर सेल निर्माण शुरू किया है, जिससे देश में सौर सेल और मॉड्यूल के घरेलू उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा।

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  • 09, Sep, 2024
Jyoti Ahlawat
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Tata Power begins solar cell production in Tirunelveli.

निजी क्षेत्र की प्रमुख बिजली कंपनी टाटा पावर ने तमिलनाडु के तिरुनेलवेली कारखाने में सौर सेल का उत्पादन शुरू कर दिया है। इससे सूर्य की रोशनी को बिजली में बदलने के लिए आवश्यक सौर सेल और मॉड्यूल का घरेलू स्तर पर निर्माण बढ़ेगा। टाटा पावर की अनुषंगी कंपनी टीपी सोलर लिमिटेड ने सोमवार को घोषणा की कि तिरुनेलवेली स्थित संयंत्र में दो गीगावाट (एक गीगावाट बराबर 1,000 मेगावाट) सौर सेल इकाई से व्यावसायिक उत्पादन शुरू हो गया है। यह देश में एक ही स्थान पर सौर सेल और मॉड्यूल बनाने का सबसे बड़ा संयंत्र है, जिसकी कुल क्षमता 4,300 मेगावाट है। पहले कंपनी ने सौर मॉड्यूल के निर्माण की घोषणा की थी। बयान के अनुसार, “इस दो गीगावाट क्षमता के सौर सेल उत्पादन से टाटा पावर की विशेषकर बड़े परियोजनाओं के लिए उच्च गुणवत्ता वाले और घरेलू स्तर पर निर्मित सौर उपकरणों की बढ़ती मांग को पूरा करने की क्षमता बढ़ेगी।” कंपनी ने कहा कि अगले चार से छह सप्ताह में दो गीगावाट क्षमता जुड़ने से उत्पादन में तेजी की उम्मीद है, और इससे कुल उत्पादन क्षमता चार गीगावाट तक पहुंच जाएगी। तिरुनेलवेली संयंत्र में 4.3 गीगावाट (4,300 मेगावाट) की कुल सेल और मॉड्यूल निर्माण क्षमता के साथ मॉड्यूल उत्पादन इकाई अक्टूबर 2023 में शुरू की गई थी। अब तक 1,250 मेगावाट सौर मॉड्यूल का उत्पादन किया जा चुका है। कंपनी ने इस संयंत्र के लिए लगभग 4,300 करोड़ रुपये की प्रतिबद्धता जताई है।

टाटा पावर के सीईओ और प्रबंध निदेशक डॉ. प्रवीर सिन्हा ने कहा, “हमारे तिरुनेलवेली संयंत्र में सौर सेल उत्पादन की शुरुआत स्वदेशीकरण और आत्मनिर्भरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। हम सौर ऊर्जा को सभी के लिए सुलभ बनाने और नवीकरणीय ऊर्जा के माध्यम से भारत के लिए एक उज्ज्वल भविष्य सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”

उन्होंने यह भी कहा, “हमें विश्वास है कि यह संयंत्र देश के शून्य कार्बन उत्सर्जन के लक्ष्य को समर्थन देने में मदद करेगा।”

बयान के अनुसार, तमिलनाडु संयंत्र में उत्पादित सौर सेल और मॉड्यूल शुरू में कंपनी की चल रही परियोजनाओं की जरूरतों को पूरा करेंगे, जिससे इसकी आपूर्ति श्रृंखला और मजबूत होगी।

कंपनी के अनुसार, “भविष्य में विस्तार के मद्देनजर, टाटा पावर बाजार वितरण के व्यापक अवसरों की खोज करने की भी योजना बना रही है।”

तिरुनेलवेली संयंत्र के अलावा, कंपनी का बेंगलुरु में भी एक विनिर्माण संयंत्र है, जिसे 1992 में स्थापित किया गया था। इस संयंत्र की सौर मॉड्यूल निर्माण क्षमता 682 मेगावाट और सौर सेल के लिए 530 मेगावाट है। अब तक, इसने कुल 3.73 गीगावाट सौर मॉड्यूल और 2.26 गीगावाट सौर सेल की आपूर्ति की है।

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