Chaos during Ganesh immersion in Kota, attack with bricks and stones.
शहर में गणेश चतुर्दशी के दिन गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन से पहले स्वागत के स्टेज बनाने को लेकर दो पक्षों के बीच झगड़ा हो गया। इस विवाद में तीन पुलिसकर्मियों समेत कई लोग घायल हुए हैं।
शहर में गणेश चतुर्दशी के दिन गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन होता है, लेकिन इसके पहले हर चौराहे, कॉलोनी और बाजार में गणेश प्रतिमाओं की स्थापना की जाती है। इस मौके पर जुलूस भी निकाला जाता है और जगह-जगह इनका स्वागत किया जाता है। हाल ही में शहर में स्वागत के स्टेज बनाने को लेकर दो पक्षों के बीच विवाद हो गया। इस विवाद में तीन पुलिसकर्मियों समेत आधा दर्जन से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं। इस मामले में तीन अलग-अलग मुकदमे दर्ज किए गए हैं।
दंगा करने वाले लोग एक-दूसरे पर पत्थर और डंडे से हमला कर रहे थे। दोनों पक्षों ने ईंट और पत्थर फेंके, जिसमें तीन पुलिसकर्मी भी चोटिल हुए हैं। कैथूनीपोल थानाधिकारी अनिल कुमार टेलर ने बताया कि इस विवाद में एएसआई प्रेम सिंह, सियाराम और हैड कांस्टेबल दौलत घायल हुए हैं। दोनों पक्षों के दो-दो लोग चोटिल हुए हैं और पुलिस की तरफ से एक मुकदमा दर्ज किया गया है। इसके अलावा, दोनों पक्षों की तरफ से भी मुकदमे दर्ज हुए हैं। शांति भंग करने के आरोप में 8 से 10 लोगों को हिरासत में लिया गया है। फिलहाल, मौके पर शांति बनी हुई है।
यह विवाद एक ही पार्टी के दो नेताओं के बीच हुआ है। एक पक्ष हरीश राठौर का है, जबकि दूसरे पक्ष में संदीप उर्फ बाबू भाटिया के लोग शामिल हैं। सीआई अनिल टेलर ने बताया कि लाल बुर्ज के पास कुछ युवकों ने गणेश प्रतिमा स्थापित की थी और बाबू भाटिया अपनी टीम के साथ स्वागत के स्टेज का निर्माण कर रहे थे। गणेश प्रतिमा को इस जगह से शिफ्ट करने को लेकर हरीश राठौर और बाबू भाटिया के लोगों के बीच झगड़ा हुआ।