Elon Musk's open challenge, launch of satellite network, calling will be possible without SIM.
भारत में सैटेलाइट इंटरनेट की बहस के बीच, न्यूज़ीलैंड की एक कंपनी ने सैटेलाइट-टू-मोबाइल सेवा का सफल परीक्षण किया है। स्टारलिंक सैटेलाइट का उपयोग करके किया गया यह टेस्ट एलन मस्क की दूरदर्शिता को प्रदर्शित करता है।
भारत में सैटेलाइट इंटरनेट को लेकर बहस लंबे समय से चल रही है और लोग इसके इंतजार में हैं। लेकिन न्यूज़ीलैंड की एक कंपनी ने इतिहास रच दिया है। उसने सैटेलाइट-टू-मोबाइल सेवा का फील्ड टेस्ट सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। इसमें स्टारलिंक सैटेलाइट का महत्वपूर्ण योगदान है, क्योंकि इसी के सैटेलाइट का उपयोग किया गया है। इस तरह, एलन मस्क की दृष्टि बहुत दूरदर्शी साबित हो रही है। जबकि पूरी दुनिया में इस नेटवर्क को लेकर चर्चा जारी है, स्टारलिंक ने टेस्ट को सफलतापूर्वक पूरा किया है। न्यूज़ीलैंड के क्राइस्टचर्च में SMS भेजा और प्राप्त किया गया है, और यह सब सैटेलाइट नेटवर्क की सहायता से किया गया था।
खास बात यह है कि पूरा प्रोसेस सफल रहा है, जिससे स्टारलिंक के सभी दावे सही साबित हो रहे हैं। मस्क लंबे समय से कह रहे हैं कि उन्हें बस सरकार से स्पेक्ट्रम की आवश्यकता है और वे तुरंत अपनी सेवा शुरू कर सकते हैं। क्रिसमस की छुट्टियों के दौरान टेस्टिंग को तेज किया जाएगा और इसे जल्दी ही पूरा किया जाएगा।
One NZ नेटवर्क सेवा ने कहा, "यह एक ऐतिहासिक क्षण है। हमने एक संदेश भेजा और उसे प्राप्त किया। हम पूरी तैयारी कर रहे हैं। हमारे जमीन पर मौजूद नेटवर्क के लिए यह एक सकारात्मक संकेत है। न्यूज़ीलैंड में यह हमारे व्यवसाय को तेजी से बढ़ाने में मदद करेगा और उत्पादकता भी बढ़ाएगा।" इंजीनियर्स इस परियोजना पर काम कर रहे हैं, और करीब 230 स्टारलिंक सैटेलाइट पहले से ही ऑर्बिट में हैं। अन्य सैटेलाइट्स पर तेजी से कार्य जारी है।