India's job market may grow faster than expected in 2025, with hiring increasing by 9%.
2025 में भारत का जॉब मार्केट उम्मीद से ज्यादा तेजी से बढ़ सकता है, जिसमें हायरिंग 9% तक बढ़ने की संभावना है। रिपोर्ट के अनुसार, आईटी, रिटेल, दूरसंचार और बीएफएसआई जैसे प्रमुख सेक्टरों में ज्यादा हायरिंग होगी।
भारत का जॉब मार्केट 2025 में उम्मीद से कहीं अधिक तेजी से बढ़ सकता है. हाल ही में एक रिपोर्ट में यह सामने आया है कि अगले साल हायरिंग में 9% की वृद्धि हो सकती है. इस वृद्धि का मुख्य कारण आईटी, रिटेल, दूरसंचार और बीएफएसआई (बैंकिंग, वित्तीय सेवाएं और बीमा) जैसे प्रमुख सेक्टर होंगे।
2025 में किस सेक्टर में होगा सबसे ज्यादा हायरिंग?
रिपोर्ट के अनुसार, 2025 में आईटी सेक्टर में हायरिंग में 15% की वृद्धि हो सकती है. यह वृद्धि खास तौर पर नई तकनीकों जैसे एज कंप्यूटिंग, क्वांटम एप्लिकेशन और साइबर सुरक्षा के चलते होगी. इसके अलावा, रिटेल सेक्टर में 12% की वृद्धि का अनुमान है, जो उपभोक्ता खर्च और टियर-2 तथा टियर-3 शहरों में विकास के कारण होगा.
तकनीकी बदलावों का असर
2025 में जॉब मार्केट का आकार भी बदल सकता है क्योंकि नई तकनीकों के आने से कंपनियों की जरूरतें बदलेंगी. एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस), 5जी, और इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) जैसे क्षेत्रों में स्किल्स की मांग बढ़ेगी. इसके साथ ही, डिजिटल मार्केटिंग, एचआर विश्लेषण और विज्ञापन प्रबंधन जैसे क्षेत्रों में भी टैलेंट की आवश्यकता होगी.
छोटे शहरों में भी जॉब की उम्मीद
भारत के छोटे शहरों में भी जॉब्स की मांग बढ़ने की संभावना है. 2025 में बेंगलुरू, कोयंबटूर, हैदराबाद और चेन्नई जैसे शहरों में जॉब मार्केट में सबसे ज्यादा वृद्धि हो सकती है. बेंगलुरू में 10% की वृद्धि होने की संभावना है, जबकि कोयंबटूर और हैदराबाद में क्रमशः 9% और 8% की वृद्धि हो सकती है.
जॉब मार्केट में वृद्धि का कारण
रिपोर्ट के अनुसार, जॉब मार्केट में तेजी आने के कई कारण हैं. उभरती हुई तकनीकों, कंपनियों के बदलते उद्देश्यों और नए बिजनेस मॉडल्स के चलते कई क्षेत्रों में हायरिंग बढ़ने की संभावना है. कंपनियां अब सिर्फ अनुभवी पेशेवरों को नहीं, बल्कि नए टैलेंट पूल को भी अपना हिस्सा बना रही हैं. यह बदलाव भारत के जॉब मार्केट को और भी विविध और मजबूत बनाएगा.
2025 का जॉब मार्केट
2025 में भारत के जॉब मार्केट में वृद्धि की संभावना है. हायरिंग में 9% की वृद्धि हो सकती है, और विभिन्न सेक्टरों जैसे वित्त, एचआर, आईटी, और अस्पताल क्षेत्रों में भी हायरिंग में इजाफा हो सकता है. भारत का जॉब मार्केट आने वाले सालों में और भी बढ़ेगा, जिससे नए अवसर और चुनौतियां उत्पन्न होंगी।