300-year-old temple of Alwar was demolished, idols of God thrown in the drain
अलवर के राजगढ़ में विकास के नाम पर तोड़ा गया मंदिर और आरी से काटा गया शिवलिंग, भड़के स्थानीय लोगों ने जताई निंदा.
अलवर के राजगढ़ में एक 300 साल पुराने मंदिर पर स्थानीय नगर पालिका ने चलाया बुलडोजर. मंदिर सराय मोहल्ले में स्थित था और शहर का काफी प्राचीन मंदिर माना जाता था, स्थानीय लोगों के अनुसार मंदिर में मौजूद मूर्तियों को नाले में फेंका गया और और मंदिर में स्थित शिवलिंग को आरी से काटा गया.
300 year old temple demolished in #Alwar pic.twitter.com/VQiF1Ynd2r
— Ritvik Maheshwari (@RitvikMaheshwa7) April 22, 2022
इस मामलें में अब सियासत काफी गर्मा चुकी है और विपक्ष के नेता कोंग्रेस और राजस्थान के वर्तमान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को इस घटना का ज़िम्मेदार बता रहे हैं. कुछ विपक्ष नेताओं के अनुसार अशोक गहलोत के आदेश पर यह कार्वाही की गई है और कई लोग इसे जहांगीरपुरी में चले बुलडोजर का बदला भी बता रहे हैं. वहीं अगर बात करें कोंग्रेस और अन्य कुछ पार्टीयों की तो उनके अनुसार अलवर में बहुमत में बीजेपी है और बीजेपी के प्रस्ताव पर ही नगरपालिका ने इस मंदिर को तोड़ा है. बहरहाल, इस घटना के पीछे चाहे कोई भी हो परंतु घटना काफी निंदनीय है और लोगों की आस्था को चोट पहुचाने वाली है जिसपर त्वरित कार्यवाही होना आवश्यक है.
सामाजिक संगठनों ने इस घटना की निंदा की और अलवर के राजगढ़ भी पहुंचे, वहीं अन्य कुछ संगठनों ने स्थानीय एसडीएम और विधायक के खिलाफ शिकायत भी दर्ज करवाई. स्थानीय लोगों के अनुसार जब उनलोगों ने मंदिर तोड़ने का विरोध किया तो उन्हें मारा गया और घर में रहने का आदेश दिया गया. मंदिर के अलावा इलाके में अवैध निर्माण बताकर कई घर भी तोड़े गए.
Image source: Times now
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