Know which nutritional deficiencies cause sleep disturbances and how you can improve it.
यह लेख नींद की गुणवत्ता पर पौष्टिक तत्वों के प्रभाव के बारे में बताता है। इसमें जिंक, मैग्नीशियम और कैल्शियम जैसे महत्वपूर्ण तत्वों की कमी के कारण होने वाली नींद से संबंधित समस्याओं, जैसे चिड़चिड़ापन, थकान और अनिद्रा, को समझाया गया है।
हम सभी जानते हैं कि पूरी नींद लेना कितनी महत्वपूर्ण है। आजकल हमारी दिनचर्या इतनी व्यस्त रहती है कि हम लगातार काम में लगे रहते हैं, जिससे शरीर थक जाता है और हमारी कार्यक्षमता घटने लगती है। इसीलिए हमें विश्राम की आवश्यकता होती है, ताकि हमारा शरीर फिर से ऊर्जा से भर सके और हम नई ताजगी के साथ अपना काम शुरू कर सकें।
डॉ. बी के अग्रवाल, सीनियर कंसल्टेंट इंटरनल मेडिसिन, सरोज सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल, नई दिल्ली के अनुसार, यदि आप रात को समय से सोते हैं और सुबह समय से उठते हैं, तो आप जीवन की कई परेशानियों से बच सकते हैं। लेकिन आजकल लोग अपने नींद के समय को महत्व नहीं दे पाते, जिसके कारण उनका स्लीप शेड्यूल बिगड़ जाता है। हालांकि, जिन लोगों को समय पर नींद नहीं आती, उनके पीछे कई कारण हो सकते हैं, जिनमें से एक प्रमुख कारण पौष्टिक तत्वों की कमी है।
यदि आपके शरीर में किसी जरूरी पौष्टिक तत्व की कमी है, तो न केवल आपको कमजोरी का एहसास होगा, बल्कि आपकी नींद भी प्रभावित हो सकती है। तो आइए, जानते हैं वे कौन से पौष्टिक तत्व हैं जिनकी कमी से आपका स्लीप शेड्यूल खराब हो सकता है और कैसे पहचानें कि आपकी नींद इन तत्वों की कमी के कारण प्रभावित हो रही है?
अगर आपके शरीर में इन पोषक तत्वों की कमी है, तो इसके कई लक्षण सामने आ सकते हैं, जैसे दिनभर चिड़चिड़ापन और थकान का एहसास, मसल्स में दर्द, सोते वक्त चिंता या एंजाइटी के विचार आना, और इम्यून सिस्टम का कमजोर होना, जिसके कारण आप जल्दी बीमार पड़ सकते हैं। ऐसे में आपको इन तत्वों की जांच करवानी चाहिए और डॉक्टर से उचित सप्लीमेंट्स या डाइट प्लान के बारे में सलाह लेनी चाहिए। आप अपनी डाइट के जरिए भी इन तत्वों की कमी को पूरा कर सकते हैं।
जिंक मेलाटोनिन नामक केमिकल के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, जो आपकी नींद के लिए जरूरी है। यह केमिकल नियमित और अच्छी नींद सुनिश्चित करने में मदद करता है।
मैग्नीशियम आपके नर्वस सिस्टम को शांत करता है, जिससे रात में आरामदायक नींद आती है। यह न्यूरोट्रांसमीटर के रूप में काम करता है, जो आपकी नींद और रिलैक्सेशन क्षमताओं को नियंत्रित करता है।
कैल्शियम ट्रिप्टोफैन नामक तत्व के साथ मिलकर काम करता है और दोनों मिलकर मेलाटोनिन का निर्माण करते हैं, जो गहरी नींद लाने में मदद करता है। यही स्टेज REM (Rapid Eye Movement) स्लीप के नाम से जाना जाता है।
मैग्नीशियम, जिंक और कैल्शियम तीन ऐसे पोषक तत्व हैं जो आपकी नींद को प्रभावित करते हैं। मैग्नीशियम नींद से संबंधित न्यूरोट्रांसमीटर को नियंत्रित करता है, जिंक आपके इम्यून फंक्शन को सुधारता है और नींद की अवधि पर असर डालता है, जबकि कैल्शियम REM स्लीप के नियंत्रण से जुड़ा होता है। यदि इन तत्वों की शरीर में कमी हो, तो नींद में कमी या अनिद्रा जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
इसलिए, इन पौष्टिक तत्वों की कमी से बचने के लिए अपनी डाइट पर ध्यान दें और जरूरत पड़ने पर डॉक्टर से सलाह लें।