Beete Pal - By Shonel Sharma
Read Here The New Hindi Poetry "बीते पल" By Poetess Shonel Sharma
वो बीते पल,
बहुत याद आते,
कभी आँखे मून्दे,
कभी आसमा निहारे,
सपने जो देखा करते,
हसीन जिन्दगी को जीने की,
ख्वाहिश जो किया करते,
लो गुम हो गये,
बचपन की यादों की तरह,
धूल गए सपने,
हकीकत की बारिश में,
पन्नों में लगी स्याही की तरह।
अजनबी बन बैठे बीते कल से,
ख्वाब बन गए वो सारे पल,
नहीं वास्ता मेरा कल से,
बिन मंजिल, रही ज़िन्दगी चल।
बीता पल चीज है ऐसी,
जिसे वापस ना ला पाए,
तभी कहते हैं, हर पल जीये,
रेत की तरह समय फिसला जाए।।
©ShonelSharma✍️
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