After Paytm, now the problem of BharatPe has increased!
पेटीएम के बाद, अब भारतपे को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। कॉर्पोरेट मंत्रालय ने भारतपे को नोटिस जारी किया है।
फिनटेक कंपनियों का समय अभी ठीक नहीं चल रहा है। पेटीएम के बाद अब भारतपे के सामने मुश्किलें आ गई हैं। कॉर्पोरेट मंत्रालय ने भारतपे को नोटिस जारी किया है। मंत्रालय ने कंपनी को कानूनी धारा 206 के तहत नोटिस जारी करके अशनीर ग्रोवर के मामले में जानकारी मांगी है। कंपनी ने भी दावा किया है कि वह जांच में सरकार का पूरा साथ देगी। मनीकंट्रोल के अनुसार, कॉर्पोरेट मंत्रालय ने भारतपे को नोटिस जारी कर पूछा है कि अशनीर ग्रोवर के खिलाफ कोर्ट में दाखिल किए आपराधिक और दीवानी मामलों से जुड़े क्या सबूत हैं। अशनीर ग्रोवर ही भारतपे की स्थापना की थी। बाद में उनके खिलाफ कंपनी के पैसों में हेरफेर करने के आरोप लगे और उन्हें कंपनी के बोर्ड से बाहर कर दिया गया।
कंपनी ने नोटिस पर जवाब दिया है कि मंत्रालय ने अधिक जानकारी के लिए कंपनी को नोटिस जारी किया है। सरकार ने 2022 में मामले की समीक्षा शुरू की थी और अतिरिक्त जानकारियां मांगी गईं। कंपनी ने कहा है कि वह जांच एजेंसियों को हरसंभव मदद करेगी। अशनीर ग्रोवर ने भारतपे की स्थापना चार साल पहले की थी।
2022 की शुरुआत में उनके खिलाफ विवाद उत्पन्न हुआ था। उन्होंने कोटक ग्रुप के एक कर्मचारी को धमकी दी थी, क्योंकि उसने नायका के आईपीओ को उनके लिए अलॉट नहीं किया था। विवाद के बढ़ने पर ग्रोवर ने भारतपे के प्रबंध निदेशक पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद कंपनी ने उनके खिलाफ वित्तीय हेरफेर को लेकर भी ऑडिट शुरू कर दी थी।