Healthy Ghevar can be made not only from refined flour but also from wheat flour
As Sawan begins, the season for traditional Rajasthani sweet, ghevar, kicks off. Learn how to make this crispy treat using whole wheat flour.
सावन के महीने के साथ-साथ बाजार में घेवर का सीजन भी शुरू हो जाता है। घेवर खाना किसे पसंद नहीं होगा? यह एक पारंपरिक राजस्थानी मिठाई है, जो खासतौर पर तीज के मौके पर बनाई जाती है। इसका स्वाद सावन के महीने के साथ-साथ तीज, राखी और जन्माष्टमी जैसे कई खास अवसरों पर लिया जाता है। घेवर आमतौर पर मैदा के आटे से तैयार किया जाता है, लेकिन बहुत से लोग मैदा को अनहेल्दी मानते हैं। इसलिए आज हम आपको गेहूं के आटे से घेवर बनाने की विधि बताने जा रहे हैं। गेहूं के आटे से घेवर बनाने के लिए आपको पारंपरिक तरीके से थोड़ा अलग तरीका अपनाना होगा, क्योंकि इसमें मैदा की जगह गेहूं का आटा उपयोग होता है।
सामग्री:
चाशनी बनाने के लिए:
विधि:
बेस तैयार करना: सबसे पहले, ठंडे घी को एक कटोरे में डालें और उसमें बर्फ के टुकड़े डालकर इसे अच्छे से फेंटें, जब तक कि यह क्रीमी और हल्के मक्खन की तरह न हो जाए।
घोल तैयार करना: फेंटे हुए घी में थोड़ा-थोड़ा करके गेहूं का आटा और दूध डालें और अच्छे से मिलाएं। इसमें ठंडा पानी डालते हुए घोल तैयार करें। ध्यान रखें कि घोल पतला हो, ताकि इसे आसानी से तेल पर डाला जा सके।
नींबू का रस मिलाएं: घोल में नींबू का रस डालकर अच्छे से मिलाएं। यह घेवर के अंदर एयर बबल्स बनाने में मदद करेगा, जिससे यह खस्ता और कुरकुरा बनेगा।
तवे पर घेवर बनाना: एक गहरे कढ़ाई में घी गरम करें। जब घी अच्छे से गरम हो जाए, तो एक पतली धार में घोल डालते जाएं, जिससे घेवर का आकार बन जाए। इसे तब तक पकने दें जब तक कि यह गोल्डन ब्राउन न हो जाए। इसके बाद इसे निकालकर एक प्लेट में रखें।
चाशनी तैयार करना: एक पैन में चीनी और पानी डालकर चाशनी बनाएं। इसमें इलायची पाउडर और नींबू का रस डालें। चाशनी को एक धागे की स्थिरता आने तक पकाएं।
घेवर पर चाशनी डालें: तैयार घेवर पर चाशनी डालें और इसे अच्छे से सोखने दें। चाशनी के साथ-साथ आप रबड़ी भी डाल सकते हैं और ऊपर से ड्राई फ्रूट्स से गार्निश कर सकते हैं।
घेवर बनाते वक्त इन टिप्स को ध्यान में रखें:
इन विधियों और टिप्स को अपनाकर आप आसानी से घर पर गेहूं के आटे का स्वादिष्ट और खस्ता घेवर बना सकते हैं।